इस कहानी का नाम है कौवें का ज्ञान (Crow Story in Hindi)। एक जंगल में एक कौआ रहता था। वह बहुत खुश और अपनी मौज में रहता। वह आराम से इधर उधर उड़ता और पूरे जंगल में घूमता रहता था।
एक बार उसे दूर कहीं एक बहुत सुंदर पक्षी दिखा। वो उसके पास तुरंत उड़ कर गया और पूछा तुम्हारा नाम क्या है? वह पक्षी बोला मेरा नाम हंस है। तो कौआ बोला तुम कितने सफेद हो, कितने सुंदर हो। तुम्हें कितना मजा आता होगा जिंदगी जीने में।
तो उस पर हंस बोला नहीं, मैं सबसे सुंदर नहीं हूं मुझसे भी कई ज्यादा सुंदर पक्षी है। कौआ बोला कौन है वो जो तुमसे भी ज्यादा सूंदर है। हंस बोला ‘ तोता ‘ !
कौआ ये बात सुनकर तुरंत तोते के पास गया और तोते को काफी देर तक देखता रहा।
ये देख कर तोते ने उसे पूछा क्या देख रहे हो, तो कौआ बोला तुम कितने सुंदर हो। तुम्हारी जिंदगी कितनी शानदार है । तो उस पर तोता बोला नहीं में सबसे ज्यादा सुंदर नहीं हूं। मुझसे भी कई ज्यादा सुंदर पक्षी है। कौआ बोला कौन है। तो तोते ने कहा ‘मोर ‘ वह मुझसे भी कई ज्यादा सुंदर है यह बात सुनते ही कौआ मोर की तरफ उड़ चला।
उसने मोर को बहुत ढूंढा लेकिन मोर उसे कही नहीं मिला। काफी दिन खोजने के बाद मोर उसे एक चिड़ियाघर में दिखा। वह तुरंत उसके पास गया।
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कौआ उसके पास पहुंचा और मोर को देखता ही रह गया। उसकी सुंदरता देख कौआ दंग रह गया। उसे बोले बिना रह नहीं पाया और मोर की तारीफ करने लगा।
यह सुनकर मोर बोला नहीं दोस्त! भले ही में सुंदर हूँ लेकिन मेरी जिंदगी और लोगो की तरह नहीं है। मुझे सारी जिंदगी इसी बन्द पिंजरे में ही रहना है।
तुम अपने आप को देखो जहां चाहे वहां जा सकते हो। कौआ ये सब सुन के दंग रहे गया। कौआ समझ गया की किसी के गुणों की तुलना किसी के रूप को देख कर नहीं की जा सकती।
कहानी से शिक्षा – कौवें का ज्ञान | Crow Story in Hindi
इसलिए कहते है कभी अपनी तुलना किसी ओर से नहीं करनी चाहिए पता नहीं समाने वाली की ज़िन्दगी में कितनी मुसीबतें हो। आप जैसे हो वही आपकी सुंदरता है और जैसे आप रह रहे है वहीं आपकी आजादी है।