किसान और सांप की कहानी

दोस्तों आशा करते हैं अच्छे होंगे आप। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक कहानी और जिसका शीर्षक है एक किसान और सांप(Farmer and Snake).

एक सीतानगर नाम का शहर था। वहां पर एक किसान(Farmer) रहा करता था और उस किसान का नाम था किशोर। वह बहुत ही दयालु था और उसके दयालुता के किस्से दूर-दूर तक मशहूर थे। वह हमेशा भगवान की भक्ति करता रहता और जानवरों को जैसे गाय, भैंस, कुत्ता और इत्यादि को खाना खिलाता।

किसान-और-सांप-की-कहानी
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अब सर्दियां आ गई थी। किशोर रोज की तरह सुबह-सुबह अपने खेत की तरफ निकल पड़ा। रास्ते में उसे जो भी जानवर, जीव-जंतु मिलते उनके लिए वह खाने के लिए भी ले जाता। अगर उसे कोई कुत्ता या गाय मिलती तो वह उनको खिलाता।

ऐसे ही दिन बीते गए । एक बार की बात है खेतों की तरफ जाते समय उसे रास्ते पर एक सांप(Snake) दिखाई दिया। वह रास्ते पर ठंड के मारे अकड़ गया था। उसे देख कर ऐसा लग रहा था कि वह जिंदा नहीं बचेगा। वह लकड़ी के सामान दिख रहा था।

किशोर ने उसे देखा तो हैरान हो गया। उसे उस सांप पर बहुत दया आ रही थी। उसे लग रहा था कि शायद सांप बच नहीं पाएगा और भगवान को प्यारा हो जाएगा।

वह ऐसा नहीं चाहता था और उसको बचाने के लिए वह पूरी जोर से कोशिश कर रहा था। वह पास में पड़ी लकड़ी लाया और उससे सांप को हिलाने लगा ।

उसने कई प्रयास करें लेकिन सांप अपनी जगह से नहीं हिला। ऐसा लग रहा था जैसे कि सांप को लकवा पड़ गया हो।
किशोर पास के कुवे से पानी लाया और सांप(Snake) के ऊपर छिड़कने लगा। लेकिन उसके सारे प्रयास विफल हो गए।

फिर उसने सोचा क्यों नहीं मैं सबको अपने हाथों से उठाकर अपनी छाती से लगा देता हूं ताकि उसे गर्मी मिल सके और वह होश में आ सके।

लेकिन उसे यह भी पता था कि कहीं वह सांप(Snake) को उठाएगा तो कहीं सांप उसे काटना ले। पर वह बहुत दया वान था इसलिए उसने साफ को उठाकर अपनी छाती से लगाया।

जैसे ही उसने सांप को अपनी छाती से लगाया। सांप(Snake) को थोड़ी देर बाद चेतना सी आने लगी। जैसे ही सबको होश आया उसने अचानक से किशोर को काट लिया और वहां से जल्दी से भाग गया।

सांप(Snake) का जहर किशोर के पूरे शरीर में फैल गया और वह बेहोशी के कारण जमीन पर लेट गया। आज पड़ोस में खड़े लोगों ने किशोर के चारों तरफ घेरा बना लिया और किशोर को देखने लगे।

किशोर ने अपने आस-पड़ोस में खड़े लोगों से कहा कि “तुम मेरी किस्मत से सीखो – कि कभी भी उसकी सहायता मत करो जो बदमाश हो”। यह कहने के बाद किशोर की मृत्यु हो गई।

कहानी से शिक्षा – किसान और सांप की कहानी

कुछ ऐसे होते हैं जो अपने स्वभाव को कभी नहीं बदलते हैं, फिर चाहे हम उनके साथ कितना भी अच्छा व्यवहार करें। हमेशा सतर्क रहें और उन लोगों से दूरी बनाए रखें जो केवल अपने फायदे के बारे में सोचते हैं।

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